Gurugram News Network – वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण हुई बारिश ने गुरुग्राम को झील में तब्दील कर दिया। गुरुग्राम की प्रमुख सड़कों के साथ-साथ कई कॉलोनियों में घरों में भी पानी घुस गया जिसके कारण लोगों की परेशानी बढ़ गई। उधर, बारिश शुरु होते ही हर बार की तरह शनिवार को भी पूरे शहर की बिजली गुल हो गई। जिसके कारण लोगों को पीने के लिए पानी न मिल सका।
शनिवार सुबह करीब दो घंटे तक हुई बारिश के साथ चली आंधी ने लोगों को चिलचिलाती गर्मी से राहत प्रदान कर दी है। गुरुग्राम का तापमान करीब 10 डिग्री तक लुढ़ककर 32 डिग्री तक पहुंच गया। इस बदलाव ने लोगों को गर्मी से तो राहत दे दी, लेकिन शहर में हुए जलभराव ने लोगों की मुसीबत को बढ़ा दिया है। सुबह जब लोगों की नींद खुली तो न तो घर पर बिजली थी और न ही पीने के लिए पानी। घर से बाहर निकले तो सड़कों पर पानी भरा हुआ जरूर नजर आया जिसके कारण वह किसी काम पर नहीं जा सके। सेक्टर-12 के नजदीक गुरुग्राम गांव में तो हालात यह भी देखने को मिले कि लोगों के घर में पानी भर गया। स्थानीय निवासी कंवर पाल ने बताया कि बरसात के कारण सीवर का गंदा पानी बैक मारकर उनके घर में प्रवेश कर गया। जिसक कारण उन्हें काफी अधिक परेशानी का सामना करना पड़ा।
शहर के सेक्टर-82, नरसिंहपुर, बसई, सेक्टर-52, आरडी सिटी, सेक्टर-4, रेलवे रोड, राजीव चौक, कादीपुर, सेक्टर-10 सहित कई अन्य ऐसे एरिया हैं जहां से जलभराव की तस्वीरें सामने आई हैं। इसी तरह के हालात कुछ नए गुरुग्राम में भी देखने को मिले हैं। हैरत की बात यह है कि सड़कों पर तो जलभराव देखने को मिला, लेकिन वह अधिकारी कहीं नजर नहीं आए जिन्होंने शहर में जलभराव न होने का दावा किया था। दिखावे के लिए जीएमडीए द्वारा राजीव चौक पर टैंकर लगाकर पानी की निकासी करनी शुरू कर दी, लेकिन आज तक जलभराव वाले क्षेत्रों में अधिकारियों ने पानी निकासी की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की।
वहीं, बरसात के कारण शहर में बिजली भी गुल हो गई। लोगों की मानें तो सुबह करीब साढ़े चार बजे गुल हुई बिजली 10 बजे तक सुचारू हो पाई। कई क्षेत्र ऐसे भी थे जहां दोपहर तक बिजली आपूर्ति सुचारू हो पाई।